किडनी को हेल्थी रखने के लिए टिप्स


हमारे जीवन में कई ऐसी आदतें होती है, जो आगे चलकर आपके स्वास्थ्य के लिए बड़ी परेशानियां पैदा कर सकती है। सबसे खतरनाक बात तो यह है कि, इन आदतों में शामिल होने की वजह से आप इसके भयानक परिणामों का अनुमान तक नहीं लगा पाते हैं और अचानक यह विनाशक के रूप में आपके सामने आ जाती है, इन्हीं में से एक है किडनी का फेल होना। वैसा आपको जानकर हैरानी होगी कि, अधिकतर किडनी फेल होने के जो मामले सामने आते हैं, उनमें से कुछ व्यक्ति की लाइफस्टाइल में जुड़ी गलत आदतें इसकी जिम्मेदार होती है।
आजकल की बीजी लाइफस्टाइल की वजह से आप जाने-अनजाने में कई ऐसी गलत आदतें पाल लेते हैं, जिन्हें आपको एहसास भी नहीं होता है, लेकिन यह छोटी-छोटी लापरवाहियां आपको हर पल मौत के करीब लेकर जाती है। साथ ही दिन पर दिन किडनी के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लोग किडनी की समस्या के शिकार होने लगे हैं। किडनी की बीमारी एक ऐसी समस्या है, जो किसी भी उम्र में किसी को भी अपना शिकार बना लेती है, लेकिन किडनी की समस्या से आजकल के युवाओं को अधिक खतरा रहता है, क्योंकि डेली रूटीन की कुछ गलत आदतों के चलते युवाओं की किडनी जल्दी से खराब हो रही है। इसलिए युवा या बड़े कोई भी अपनी किडनी को हेल्थी रखना चाहते हैं नीचे दी हुई सही आदतों को फॉलो करें जैसे -   
·         नींद पूरी लेना - अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर रोज 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद बेहद जरूरी है। नींद की कमी की वजह से आप ब्लड प्रेशर और हार्ट से संबंधित बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। नींद पूरी न होने की वजह से आपकी किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है।
·         जरूरत से ज्यादा भोजन न करें - अधिकतर लोग स्वादिष्ट खाना सामने देखकर अधिक खाना खा लेते हैं। यदि आप किडनी को जल्दी खराब नहीं करना चाहते हैं, तो फिर आपको जरूरत से ज्यादा खाना खाने से बचना चाहिए।
·         पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं - व्यक्ति को दिनभर में भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए, क्योंकि पानी हमारे शरीर के हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे कम पानी पीने से शरीर में जमा टॉक्सिन्स किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
·         अधिक मांसाहरी न खाएं - अधिकतर लोग मांसाहरी भोजन करना पसंद करते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में मांसाहार का सेवन करने से किडनी पर मेटाबॉलिक प्रभाव पड़ता है, जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
·         एंटीबायोंटिक्स से दूर - हर छोटे-मोटे दर्द में दवा खाने से सेहत और किडनी दोनों ही प्रभावित होती है। दवाइयों का अत्यधित मात्रा में सेवन करना किडनी के लिए नुकसानदेह है। अगर आप अपनी किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाईयों का सेवन करना चाहिए।
·         शराब और धूम्रपान न करें - अधिकतर लोग शराब और धूम्रपान पीने के आदी हो गए हैं, लेकिन आपकी यह आदत किडनी के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। धूम्रपान और शराब की लत आपकी किडनी को समय से पहले बीमार कर सकती है।
·         अधिक समय तक पेशाब न रोके - यदि आप अधिक समय तक पेशाब को रोक कर रखते हैं, तो इससे आपका ब्लैडर फूल सकता है। अधिक समय तक रोकने से पेशाब में मौजूद बैक्टीरिया से पेशाब इंफेक्शन होता है और किडनी प्रभावित होती है।
·         अधिक नमक व सोडियम न लें - शरीर को ठीक से काम करने के लिए नमक या सोडियम की जरूरत होती है, लेकिन कुछ लोग अधिक नमक खाते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और इसका सीधा असर हमारी किडनी पर होता है। रोज हमें अपनी डाइट में 5 ग्राम नमक से अधिक नहीं लेना चाहिए।
·         मीठे को कम करें - कुछ लोग अपनी डेली डाइट में 2 या इससे भी अधिक चीनी मिले ड्रिंक लेते हैं, जिससे उनके यूरिन लेवल में प्रोटीन की मात्रा अधिक हो जाती है, जो कि यह हमारे शरीर में किडनी के काम न करने के संकेत हैं। 
·         अधिक फास्फोरस का सेवन न करें - किडनी को अधिक फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थों के प्रोसेसिंग में अत्यंत कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है, तब जबकि आपका क्रिएटिनिन लेवल पहले से ही बढ़ा हुआ हो, इसलिए हो सके तो इन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जैसे - कद्दू और स्क्वाश, चीज़, मछली, शेलफिस, नट्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स और सोयाबिन्स आदि।
·         पोटेशियम न लें - अगर आपको किडनी की बीमारी है, तो अधिक पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें। क्योंकि यदि आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है, शरीर में अधिक मात्रा में पोटेशियम एकत्रिक होने लगता है। इसलिए ड्राई फ्रूट्स, केले, पालक, आलू, बीन्स और मटर का सेवन न करें।     
·         क्रिएटिन सप्लीमेंट्स से दूर रहें - हमारे शरीर में क्रिएटिनिन एक अपशिष्ट उत्पाद होता है, इसलिए क्रिएटिन सप्लीमेंट्स लेने से आपके खून में यह अधिक मात्रा में जमा होने लगता है। लेकिन यह किसी सामान्य व्यक्ति के लिए कोई बड़ी समस्या तो नहीं हैं, लेकिन अगर एक ऐथलीट या बॉडी बिल्डर हैं और यह सप्लीमेंट्स ले रहे हैं, तो उसे तुरंत ही छोड़ दें। क्योंकि अधिक क्रिएटिनिन पास होने से किडनी की बीमारी अधिक बढ़ सकती है। 
·         कॉफी या चाय पीने की आदत न डालें - नमक की तरह कॉफी या चाय भी ब्लड प्रेशर बढ़ाती है, जिससे किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है। कॉफी और चाय में अधिक मात्रा में कैफीन मौजूद होता है तो इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी पूरी तरह खराबी होने का कारण बन सकती है।
यदि किडनी को हमेशा सेहतमंद और हेल्थी बनाए रखना चाहते हैं तो ऊपर बताई गई आदतों का पालन करें। इससे आपकी किडनी हेल्थी रहेगी। साथ ही अपनी किडनी की जांच करवाते रहे, जिससे की सही समय पर आप किडनी की बीमारी का सही इलाज करवा सके। किडनी की बीमारी एक मात्र और सही इलाज सिर्फ आयुर्वेद में मौजूद है, क्योंकि आयुर्वेदिक उपचार केंद्र में आपको डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह नही दी जाती है।  
किडनी की बीमारी से मुक्ति पाएं और हेल्थी पाने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपचार –
प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली चिकित्सा की एक रचनात्मक विधि है, जिसका लक्ष्य प्रकृति में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध तत्वों के उचित उपयोग के द्वारा रोग का मूल कारण समाप्त करना है। यह न केवल एक चिकित्सा पद्धति है, बल्कि मानव शरीर में उपस्थित आंतरिक महत्वपूर्ण शक्तियों का प्राकृतिक तत्वों के अनुरूप एक जीवनशैली है। यह जीवन कला तथा विज्ञान में एक संपूर्ण क्रांति है। साथ ही इस प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में प्राकृतिक भोजन, ताजे फल तथा कच्ची व हल्की पकी सब्जियां विभिन्न बीमारियों के इलाज में निर्णायक भूमिका निभाती है। वैसे प्राकृतिक पद्धति और आयुर्वेदिक पद्धित में कोई फर्क नहीं है, दोनों का ही अर्थ सामान्य निकलता है।

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