किडनी हमारे शरीर से अपशिष्ट उत्पाद निकालने का काम करती है। किडनी हमारे शरीर में बहने वाले रक्त को शुद्ध करने का सबसे बड़ा काम करती है। रक्त साफ करते समय किडनी रक्त से अतिरिक्त पोटेशियम, सोडियम, कई प्रकार के हानिकारक अम्ल और अकी अपशिष्ट उत्पादों को पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकल देती है। किडनी में आई किसी भी प्रकार की खामी के चलते किडनी अपने इस जरुरी कार्य को करने में असक्षम हो जाती है और व्यक्ति कई बीमारियों की चपेट में आने लगता है। इसलिए हमें अपनी किडनी का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आपको औषधियों का सेवन करने की कोई जरुरत नहीं है बल्कि आप कुछ बातों का ध्यान रख कर ही अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं, जो निम्नलिखित है –
·         मधुमेह किडनी खराब होने का मुख्य कारण माना जाता है। किडनी के नेफ्रोन पर लगातार दबाव पड़ने के कारण किडनी खराब हो जाती है। अगर किडनी रोगी मधुमेह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो उन्हें रक्त शर्करा को काबू में रखना चाहिए।
·         अधिक मात्रा में दर्द निवारक दवाओं के सेवन से किडनी की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। जिससे किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। अगर आप पहले से ही किडनी से जुड़ी समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको इबुप्रोफेन जैसे एंटीबायोटिक्स का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एंटीबायोटिक किडनी को और अधिक नुकसान पहुंचा सकती है।
·         कैफीन का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए, यह चाय या कॉफी में उपलब्ध है जो आपकी किडनी को तनाव दे सकती है। अगर आप चाय या कॉफी के अधिक शोकिन है, तो आप इसके विकल्प में ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। ग्रीन टी किडनी को डिटॉक्स करती है, इसलिए वह शरीर से कचरे को छानने और बाहर निकालने के लिए अच्छी तरह से काम कर सकती हैं।
·         किडनी की समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को अपने आहार में से पोटेशियम युक्तर खाद्य पदार्थों की कटौती करनी चाहिए। हालांकि पोटेशियम का सेवन तभी कम करना है, जब इसकी आवश्यकता हो, यह फिर आपकी किडनी का फंग्शपन 20 प्रतिशत से भी नीचे चला गया हो। पोटेशियम उच्च रक्तचाप की समस्या से निदान पाने के लिए जरुरी होता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा किडनी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। अगर आपके शरीर में पोटेशियम की मात्रा अधिक है इसे काबू करने के लिए संतरा, पालक, अनार, केला, अंगूर, टमाटर, केला आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
·         किडनी खराब होने के पीछे उच्च रक्तचाप सबसे बड़ा कारण माना जाता है। रक्त में सोडियम की मात्रा अधिक हो जाने पर व्यक्ति को उच्च रक्तचाप की समस्या उत्पन्न होने लगती है। रक्त में सोडियम की अधिक मात्रा होने के कारण किडनी को रक्त शुद्ध करने के दौरान फिल्टर्स पर हानिकारक प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है और किडनी खराब हो जाती है। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आम नमक के स्थान पर सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए।
·         धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक होता है, यह बहुत सी समस्याओं के साथ-साथ किडनी खराब होने का कारण बन सकता है। इसके अलावा इससे ऐथेरोस्कलेरोसिस नामक बीमारी भी हो सकती है, जिससे रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है। किडनी में रक्त कम जाने से उसकी कार्यक्षमता घट जाती है।
·         प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ (processed foods) का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपको पाचन से जुड़ी समस्या को पैदा कर सकते हैं। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ का जिनका सेवन करने से आपके पेट में गैस बनने लगती है और संक्रमण होने की आशंका भी रहती है। इसलिए केन फूड, चिप्स  आदि खाने के बजाए साबुत आहार खाएं जो सेहतमंद भी होते हैं।
·         उच्च प्रोटीन किडनी की विफलता का कारण बन सकता है। इसी कारण आपको उच्च प्रोटीन वाले आहार का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध, पनीर, दही, मीट में अधिक प्रोटीन होता है। प्रोटीन बार का सेवन नहीं करना चाहिए। सामान्यतः 0.8 से 1.0 ग्राम/ किलोग्राम प्रतिदिन शरीर के वजन के बराबर प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। आमतौर पर प्रोटीन बार में एक चॉकलेट ब्राउनी के रूप में दोगुनी मात्रा में फैट और कॉर्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जोकि नुकसानदायक होता है।